ग्रामीण समाजशास्त्र और शिक्षा मनोविज्ञान एक व्यापक और व्यावहारिक पुस्तक है जो ग्रामीण समाजशास्त्र और शैक्षिक मनोविज्ञान के बीच जटिल अंतरसंबंध को उजागर करती है। समाजशास्त्र और मनोविज्ञान के क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा लिखित, यह पुस्तक ग्रामीण समुदायों में मौजूद अद्वितीय चुनौतियों और गतिशीलता और शैक्षिक प्रक्रियाओं पर उनके प्रभाव की सूक्ष्म खोज प्रस्तुत करती है। पुस्तक ग्रामीण समाजशास्त्र में एक ठोस आधार प्रदान करने, सामाजिक संरचनाओं, सांस्कृतिक बारीकियों और ग्रामीण क्षेत्रों की विशेषता वाले आर्थिक परिदृश्य की जांच करने से शुरू होती है। इसके बाद यह निर्बाध रूप से शैक्षिक मनोविज्ञान के क्षेत्र में प्रवेश करता है, यह पता लगाता है कि ये समाजशास्त्रीय कारक ग्रामीण परिवेश में व्यक्तियों के सीखने के अनुभवों और परिणामों को कैसे प्रभावित करते हैं। पाठकों को ग्रामीण परिवेश में शिक्षा प्रणाली को आकार देने वाले सामाजिक-सांस्कृतिक कारकों का एक समृद्ध विश्लेषण मिलेगा, जो मौजूद असमानताओं और अवसरों पर प्रकाश डालता है। लेखकों ने ग्रामीण समुदायों और शैक्षिक प्रथाओं के बीच जटिल संबंधों का समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए, दोनों विषयों के सिद्धांतों और शोध निष्कर्षों को कुशलतापूर्वक एकीकृत किया है।
Name of Author | डॉ. चंद्र प्रभा |
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ISBN Number | 978-81-970413-6-5 |
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